चीन हों या पाकिस्तान
कभी भी भारी न होते,
यदि भारत की भूमि में
छुपे हुए गद्दार न होते।
राष्ट्रवाद व राष्ट्रभक्ति का
जो भी मजाक बनाते हैं
वो अपना परिचय देते हैं
खुद का मान गिराते हैं।
भारत की विदेश नीति पर
जो आज प्रश्न उठाते हैं
उनसे बस इतना कहना है
वो भारत का पक्ष घटाते हैं।
युद्ध भूमि में हरदम भारत
मजबूती से डटा रहा
पर मेजों और समझौतों में
धोखेबाजी से छला रहा।
दुश्मन छाती पर बैठा हो
उसे गीत नहीं सुनाते हैं
जो जैसी भाषा समझे
तब वैसा ही समझाते हैं।
पीठ पे जिसने खंजर घोंपा
वो पंचशील क्या समझेगा
दुश्मन ताकतवर कितना हो
भारत के आगे तड़पेगा।
भारत का भूगोल अटल है
कोई इसे क्या छू पायेगा
इसकी सरहद जो लांघेगा
वो पाछे पछतायेगा।।
✍️©️अजय कुमार पाण्डेय
हैदराबाद
18जून,2020