मीडिया

मीडिया।   

लोकतंत्र की ताकत है ये
जन जन की चाहत है ये
सोता कभी नहीं ये इकपल
राष्ट्र जागृति का वाहक है।

सत्य, समर्पण और निडरता
मीडिया में खूब फलते हैं
यूँ ही नहीं लोकतंत्र का
इसे चौथा खंभा कहते हैं।

अन्याय कहीं होता है
तुरंत वहां आ जाते हैं
अपनी प्रखर भूमिका से
न्याय उचित दिलवाते हैं।

चाहे जैसा भी मौसम हो
आंधी, तूफां या भूकंप हो
जान हथेली पर रखकर ये
सबतक खबर पहुंचाते हैं।

क्या नेता क्या अभिनेता
इसके आगे शीश नवाते हैं
इनके मन की बातों को
जन-जन तक पहुंचाते हैं।

जनता हो या पुलिस प्रशासन
सब करते इनका अभिवादन
इनकी पहुंच सुलभ है सब तक
मीडिया का करते अभिनंदन।

मीडिया व सरकार का रिश्ता
सिक्के के पहलू जैसा है
साथ साथ चलते हैं दोनों
हाल दीवानों जैसा है।

कुछ नवीन करने से पहले
इसको बुलवाया जाता है
सहज, सुलभ, माध्यम है इससे
जनता को समझाया जाता है।

जनता के प्रति जिम्मेदारी
अपनी खूब निभाते हैं
सरकारों के दरवाजों तक
जन पुकार सहज पहुंचाते हैं।

सत्य निडरता शस्त्र हैं इसके
मूल्यों पर अविचल रहते हैं
लोकतंत्रीय व्यवस्था में इसको
इसीलिए चौथा खंभा कहते हैं।।

✍️©️अजय कुमार पाण्डेय
        हैदराबाद
        31मई,2020










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