कविता क्या है।

कविता क्या है।  

जब हृदय मचलकर शब्द चुने
और लिखे समझना कविता है
जब भाव पिघलकर शब्द बुने
छंद सजे समझना कविता है।।

जब मिलन पलों में पलकों से
बहे खुशी समझना कविता है
विरह गीत नैनों से छलके
नीर बहे समझना कविता है।।

बिन कहे बात दिल तक पहुँचे
मोह जगे समझना कविता है
अधरों से मृदु मधुरस छलके
पुष्प झरे समझना कविता है।।

पतझड़ के मौसम में भी जब
मन बहके समझना कविता है
मरुथल में मन झंकृत हो जब
साज सजे समझना कविता है।।

खुद से खुद की प्रीत जगे, मन
नाच उठे समझना कविता है
बरबस ही हिय झूम उठे जब
पग थिरके समझना कविता है।।

जब भाव सँभलना मुश्किल हो
एहसास समझना कविता है
मधुमास जगे जीवन में अरु
अंक भरे समझना कविता है।।

©✍️अजय कुमार पाण्डेय
        हैदराबाद
        21मार्च, 2022

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