दर्द।
उस दर्द का शुक्रिया करता हूँ।
जिस दर्द ने मुझको प्रीत सिखाया
उस दर्द का शुक्रिया करता हूँ।।
सूना जीवन था ये मेरा
तुम आये आकाश मिला
सदियों से प्यासी धरती को
बूँदों का मधुमास मिला।
जिन बूंदों ने मधुमास खिलाया
उन बूंदों का शुक्रिया करता हूँ।
जिस दर्द ने तुमसे मुझे मिलाया
उस दर्द का शुक्रिया करता हूँ।।
कभी खिली थीं कलियाँ मुझमें
जाने कब कैसे बिखर गयीं
कभी मिली थीं खुशियाँ मुझको
जाने कब कैसे बिछड़ गयीं।
जिस दर्द ने मुझको पास बिठाया
उस दर्द का शुक्रिया करता हूँ।
जिस दर्द ने तुमसे मुझे मिलाया
उस दर्द का शुक्रिया करता हूँ।।
आज मिले जो जीवन पथ में
तन्हा छोड़ नहीं तुम जाना
मेरे गीतों में शब्द तुम्हीं हो
मुश्किल है इनका जी पाना।
जिस फर्ज ने तुमसे मुझे मिलाया
उस फर्ज का शुक्रिया करता हूँ।
जिस दर्द ने तुमसे मुझे मिलाया
उस दर्द का शुक्रिया करता हूँ।।
✍️©️अजय कुमार पाण्डेय
हैदराबाद
01मार्च, 2021
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