आंसू
आंसू- दिल की जुबां है
दिल हँसता है-तो हंसते हैं आंसू |
दिल रोता है- तो रोते हैं आंसू
हर अनकही जज़्बात की पहचान हैं - आंसू |
जीत की ख़ुशी हो, या
हार का हो दुःख,
सफलता की सूचना हो, या
असफलता की खबर ,
बरबस ही आँखों को भिंगोते हैं- आंसू |
मिलन की घडी हो- या
बिछोह का हो वक्त,
जन्म की ख़ुशी हो , या
हो मौत का गम ,
आँखों को नम करते हैं आंसू |
हैं तो ये महज खारा पानी
पर हमारे दिलों की जज़्बात
ये आंसू ||
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें