यादें
हर घडी , हर वक्त
हर गली , हर मोड़ पर
हर जगह , हर छोर पर
आती हैं - बस यादें |
भूले-बिसरे, मिले बिछड़े
जाने-अनजाने लोगों की यादें |
तन्हाई में चुपके दबे पाँव आकर
झिंझोड़ जाती हैं, तन-मन को
ये यादें |
ज़िंदगी की सूनी राह की हमसफ़र
अपनों के जाने के बाद
कुछ साथ है अगर
तो वो हैं -यादें |
लोग आते हैं,
चले जाते हैं ,
पर पास रह जाती हैं -
सिर्फ- यादें ||
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