इतना यकीं करो अपने पर।
इतना यकीं करो अपने पर
कान नहीं कोई भर पाए
इतना विश्वास बना रखना
और नहीं कोई हर पाए।
तुझको लाखों लोग मिलेंगे
अपनेपन की बात करेंगे
विश्वास जीतने की खातिर
छद्म रूप धर प्रेम करेंगे।
ध्यान धरो इतना ही बस
कोई तुम्हें छल ना पाए।
इतना विश्वास बना रखना
और नहीं कोई हर पाए।।
पग पग पर हैं लोग बदलते
दिशा यहां पर, परछाईं से
ऐसे भी हैं लोग यहां जो
गढ़ते परबत हैं, राई से।
ऐसे लोगों से बच रहना
नहीं कहीं भरमा जाए।
इतना विश्वास बना रखना
और नहीं कोई हर पाए।।
जीवन में कुछ करना है तो
बहता पानी बन जाना
ठहरा पानी खारा होता
अच्छा है दरिया बन जाना।
बहना मगर ध्यान ये रखना
कहीं किनारा छूट न जाए।
इतना विश्वास बना रखना
और नहीं कोई हर पाए।।
✍️©️अजय कुमार पाण्डेय
हैदराबाद
13अक्टूबर,2020
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