लिए बांसुरी फिर आया हूँ
कितने ही सपने लाया हूँ
लाल, गुलाबी, नीले, पीले
रंगों की माला लाया हूँ।
आओ हिलमिल सारे आओ
नन्हे-मुन्ने प्यारे आओ
चुनमुन, गोपू, छुटकी, बड़की
सारे राजदुलारे आओ।
जितने रंग भरे जीवन में
सब रंग मैं संग लाया हूँ
बच्चे बूढ़े या हो कोई
सबका मैं बचपन लाया हूँ।।
✍️©️अजय कुमार पाण्डेय
हैदराबाद
23जुलाई,2020
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