मेरी पुत्रियों द्वारा निर्मित चित्र
श्री कृष्ण महिमा।
हे वासुदेव, हे कमलनाथ
यशोदावत्सल, है विश्वप्राण
हो शाश्वत, सदा सनातन हो
गोवर्धनधारी जन उद्धारक हो।
कञ्जलोचन, अनादि ब्रह्मचारिक
युधिष्ठिर प्रतिष्ठात्रे, सर्वपालकाय
नटवरनागर, गिरधारी हो
जन जन के पीड़ाहारी हो।
श्रीवत्स कौस्तुभ्धराय, यशोदावत्सल
हरि, संखाम्बुजा युदायुजाय
जैसे अर्जुन के जीवन को तारा
हे भीष्म मुक्ति प्रदायक हमको भी तारो।
आर्यावर्त फिर घिरा हुआ है
ध्वांतचारी व्यवहारों से
हे अनादि ब्रह्चारिक, परात्पराय
हमें भी मुक्त करो अत्याचारों से।
है मीरा के प्रभु गिरधरनागर
अर्जुन के मोहन, उद्धव के माधव
हर संकट को तारा तुमने
पुनः आज सब संकट तारो।
पुनः आज अब संकट तारो।।
अजय कुमार पाण्डेय
हैदराबाद
18 अप्रैल, 2020
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