मां जब तू लोरी गाती थी...


जब तू लोरी गाती थी।                                                              
नींद मुझे तब आती थी
मा जब तू लोरी गाती थी।।

दूर देश तू गयी कभी न
पर तू सैर कराती थी
मीठे-मीठे प्यारे सपने
लोरी में भर गाती थी।
नींद मुझे तब आती थी
मां जब तू लोरी गाती थी।।

चंदा तारों की लोरी
मीठे सपनों की डोरी
परियों के देश पहुंचकर
नींद आती तब चोरी चोरी।

घुनघुना बजाती, बाल सहलाती
चूम-चूम माथे को पल पल
तू ही नींद बुलाती थी।
नींद मुझे तब आती थी
मां जब तू लोरी गाती थी।।

जब तक तेरी गोदी में मैं था
दुनिया की कोई खबर कहां थी
छूट गयी है गोदी जब से
रह रहकर टीस सताती है।
मां नींद मुझे तब आती थी
जब तू लोरी गाती थी।।

अजय कुमार पाण्डेय
हैदराबाद
28मार्च, 2020





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