खयाल तेरी तरफ गया
बात हुई आम तो खयाल तेरी तरफ गया
इक आह सी दबी रही दिल के कोर में कहीं
टीस जब उठी खभी खयाल तेरी तरफ गया
कदम-कदम पे जिंदगी ये जंग सी रही सदा
जब कभी ये दिल डरा खयाल तेरी तरफ गया
के उम्र भर सफर मेरा हादसों से था भरा
बेचैन जब हुआ कभी खयाल तेरी तरफ गया
दिल पे किसका जोर है देव कब तेरा हुआ
बात इश्क की चली खयाल तेरी तरफ़ गया
✍️ अजय कुमार पाण्डेय
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