सुहाने तराने सुनाओ।


      सुहाने तराने सुनाओ।  

है मेरी तमन्ना के तुम पास आओ
मिलन के सुहाने तराने सुनाओ।।

तेरी याद में हो रहा मैं परेशां
तेरी चाह में तड़प रहा मैं परेशां
नहीं और मुझको तुम ऐसे सताओ
मिलन के सुहाने तराने सुनाओ।।

मेरी गीतों में रागों में तुम बसे हो
मेरी धड़कनों, साँसों में तुम बसे हो
है मेरी जरूरत ये तुम तो बताओ
मिलन के सुहाने तराने सुनाओ।।

कहीं ऐसा हो जिंदगी रूठ जाए
मोहब्बत की किस्मत कहीं रूठ जाए
जिद्द ना करो अब चलो मान जाओ
मिलन के सुहाने तराने सुनाओ।।

मैं भी नहीं जी सकूंगी तेरे बिन
मरना भी लगता है मुश्किल तेरे बिन
है मेरी तमन्ना तेरे पास आऊं
मिलन के सुहाने तराने सुनाऊं।।

चलो आज दोनों कदम फिर बढ़ाएं
नहीं एक दूजे को फिर आजमाएं
मिलकरके हमतुम ये जीवन सजाएं
मिलन के सुहाने तराने सुनाएं।।

 ✍️©️अजय कुमार पाण्डेय
      हैदराबाद
      27सितंबर,2020

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