यूँ तो है बड़ी तेज व्यवस्था।
यूँ तो है बड़ी तेज व्यवस्था
लेकिन केवल कुछ मौकों पर।
बदली है बड़ी तेज अवस्था
लेकिन केवल कुछ मौकों पर।
आते जाते कितने मिलते
लेकिन केवल कुछ मौकों पर।
संग-संग कुछ पल हैं चलते
लेकिन केवल कुछ मौकों पर।
उनको भी तो आते देखा
लेकिन केवल कुछ मौकों पर।
वादा कभी निभाते देखा
लेकिन केवल कुछ मौकों पर।
राजनीति में खारिश देखा
लेकिन केवल कुछ मौकों पर।
बिन बादल बारिश भी देखा
लेकिन केवल कुछ मौकों पर।
न्याय सहज से मिलते देखा
लेकिन केवल कुछ मौकों पर।
अपराधी को हँसते देखा
लेकिन केवल कुछ मौकों पर।
सत्ता ने इतिहास भी बदला
लेकिन केवल कुछ मौकों पर।
हास औ परिहास भी बदला
लेकिन केवल कुछ मौकों पर।
कहने को कभी देश बदला
लेकिन केवल कुछ मौकों पर।
और शायद वेश भी बदला
लेकिन केवल कुछ मौकों पर।
कितने ही दीवाने देखे
लेकिन केवल कुछ मौकों पर।
कितने ही अफसाने देखे
लेकिन केवल कुछ मौकों पर।
अब तो सबको उठना होगा
छोड़ के सारे अवसादों को
मिलजुल करके चलना होगा
छोड़ के केवल अपवादों को।
मौके आज बदलने होंगे
सबके भाव सुधरने होंगे
मन से भी अपनाना होगा
हम सबको सारे मौकों पर।।
✍️©️अजय कुमार पाण्डेय
हैदराबाद
10जुलाई,2020
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