जीवन को गुलज़ार बनाएं

जीवन को गुलजार बनाएं                                   


आओ रंग भरे ज़िंदगी में 
जीवन को गुलजार बनाएं | 
ग़म के अंधियारे को दूर कर 
खुशियों के दीप जलाएं | | 

हर आँखों से आंसू पोंछें 
हर चेहरे पर मुस्कान जगाएं | 
आओ रंग भरे ज़िंदगी में 
जीवन को गुलजार बनाएं || 

वो अपना है ये बेगाना 
छोड़ के पीछे ये अफसाना 
प्यार के  बंधन में बंधकर 
एक नयी पहचान बनाएं || 
आओ रंग भरे ज़िंदगी में 
जीवन को गुलजार बनाएं || 

धर्म जाति के झगडे में पड़कर 
 व्यर्थ न अपना वक्त गंवाएं ,
रंग, नस्ल, लिंग भेद दूर कर 
प्यार की नई ज्योति जलाएं | 
आओ रंग भरे ज़िंदगी में ,
जीवन को गुलजार बनाएं || 

अजय कुमार पाण्डेय 

हैदराबाद


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